tag:blogger.com,1999:blog-1756501962577338784.post1611737195011765521..comments2023-06-28T13:48:07.003+05:30Comments on श्रोता बिरादरी: लता/80 स्वर उत्सव- दूसरी कड़ी--पंछी बन में पिया पिया गाने लगा ।यूनुस खान, संजय पटेल, सागर चन्द नाहरhttp://www.blogger.com/profile/13435133372033558713noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1756501962577338784.post-14921599978471871512008-09-16T00:15:00.000+05:302008-09-16T00:15:00.000+05:30बाबुल का यह गीत बेहद मधुर और सुरीला है |दीदी का स्...बाबुल का यह गीत बेहद मधुर और सुरीला है |<BR/>दीदी का स्वर मनभावन है |<BR/>नर्गिस जी की अदायें देखकर मन मोहित हो उठता है |<BR/>धन्यवाद |<BR/>-हर्षद जांगला<BR/>एटलांटा , युएसएHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1756501962577338784.post-25754899882407920042008-09-15T12:10:00.000+05:302008-09-15T12:10:00.000+05:30महा उत्सव लता - ८०. अहा....कच्चे नारीयल की तरह मास...महा उत्सव लता - ८०. अहा....<BR/><BR/>कच्चे नारीयल की तरह मासूमियत लिये हुए इस आवाज़ का जादू इतने साल गुज़र गये, अभी तक चल रहा है. (१९४९-५०)<BR/><BR/>संजय भाई का कहीं कहा गया एक कथन याद आया. लोगों ने पूछा आप हमेशा पुराने गीतों की तरफ़ क्यों मेहरबान होतें हैं? तो जवाब मिला-<BR/><BR/>मेलोडी शाश्वत है. यह कभी पुरानी नही होती, और ना कभी होगी.<BR/><BR/>इस बात की तसदीक करने के लिये मैने भी कुछ लिखा है अपने ब्लोग पर- मुकेश और आतंकवाद. <BR/><BR/>पूरी टीम को फ़िर से बधाई !!दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1756501962577338784.post-83345031620148320082008-09-15T10:51:00.000+05:302008-09-15T10:51:00.000+05:30deadly combination, great song, congrats to the te...deadly combination, great song, congrats to the team of shrota biradari, special thanks to yunus bhaiSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.com